क्या आप भी करती हैं हर महिने पीरियड्स के दौरान ये 8 गलतियां

पीरियड्स यानी मासिक धर्म महिलाओं में हर महीने होने वाली एक प्राकृतिक क्रिया है। यह ऐसा वक्त होता है, जिसके कारण महिला को कई तरह की समस्याएं होती हैं। इस दौरान महिला को सिररर्द, बदनदर्द, ब्‍लीडिंग, अनिद्रा, आदि समस्या होती है। इन समस्याओं के कारण महिलाओं की दिनचर्या अनियमित हो जाती है। लेकिन जानकारी के अभाव में महिलाएं कुछ गलतियां बार-बार दोहराती हैं। ये पैड, टैंपॉन और खानपान जैसी सामान्य चीजें हैं। यहां पीरियड के दौरान हर महीने की जाने वाली गलतियों के बारे में जानें।
गलती 1: रेयान या ब्लीच्ड कॉटन के बने पैड या टैंपॉन का प्रयोग
पीरियड्स के दौरान रक्तस्राव होता है, जिसके लिए पैड या टैंपॉन का प्रयोग किया जाता है। ज्यादातर टैंपॉन और पैड रेयान, कॉटन या दोनों के मिश्रण से मिलकर बना होता है। इसमें खतरनाक केमिकल और पेस्टीसाइड का प्रयोग होता है, जिसके कारण महिला की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है। एफडीए की मानें , तो इसमें मौजूद डाइऑक्सिन वजाइना के ऊतकों पर प्रभाव डालता है। इसके कारण वजाइना संबंधित दूसरी समस्याएं भी होने लगती हैं। इससे बचने के लिए ऑर्गेनिक कॉटन से बने पैड और टैंपॉन का प्रयोग करें।

गलती 2: दर्दनिवारक दवाएं
पीरियड्स का वक्त महिलाओं के लिए दुखद होता है, क्योंकि इस दौरान असहनीय पीड़ा होती है। इससे बचने के लिए वे दवाओं का सेवन करती हैं, जो कि गलत है। अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की मानें, तो इस दौरान ली जाने वाली दवाएं इतनी खतरनाक होती हैं कि इनके कारण दिल का दौरा भी पड़ सकता है। इसके अलावा इन दवाओं से अल्सर, किडनी और लीवर की समस्याएं, आंतों की समस्याएं, आदि हो सकती हैं। इनके कारण शरीर में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं। इससे बचने के लिए दवाएं नहीं बल्कि प्राकृतिक उपचार का सहारा लें।

गलती 3: पैड या टैंपॉन न बदलना
बाजार में तरह-तरह के पैड मौजूद हैं, जिनके लुभावने दावों को महिलाएं सच मान लेती हैं और उनका प्रयोग करती हैं। पीरियड के दौरान सुबह पैड लगाने के बाद सीधे वे इसे रात में ही बदलती हैं। यही गलती होती है और संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि इससे जन्में बैक्टीरिया के कारण टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम हो सकता है। इससे बचने के लिए पैड या टैंपॉन को 4 से 8 घंटे के अंतराल पर जरूर बदलें। अगर आप कहीं बाहर जा रही हैं, तो मेंस्ट्रुअल कप का प्रयोग कर सकती हैं। इसे आप 12 घंटे तक पहन सकती हैं।

गलती 4: खुश्बूदार सेंट का प्रयोग
इस दौरान निकलने वाला रक्त बदबूदार हो सकता है। इसका मतलब यह नहीं कि आप बहुत अधिक परफ्यूम का प्रयोग करें। इसके कारण यीस्ट इंफेक्शन और दूसरे संक्रमण हो सकते हैं, क्योंकि इसमें सिंथेटिक और दूसरे केमिकल होते हैं, जो त्वचा के लिए अच्छे नहीं होते।

गलती 5: बार-बार सफाई करना
इस दौरान सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं कि आप बार-बार पानी से वजाइना की सफाई ही करें। ब्लीडिंग की वजह से बदबू आ सकती है, लेकिन यह संक्रमण नहीं है। बल्कि सफाई करने से संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। सफाई के लिए बाजार में मौजूद उत्पादों या साबुन का प्रयोग बिलकुल न करें।

गलती 6: भरपूर नींद न लेना
पीरियड्स के दौरान नींद न आने की समस्या होती है, लेकिन नींद पूरी करने की कोशिश करें। भरपूर नींद लेकर आपको दर्द से राहत मिलेगी। इसलिए इस दौरान भी कम से कम 6-7 घंटे की नींद जरूर लें।

गलती 7: व्यायाम न करना
पीरियड्स के दौरान महिलाएं अपनी दिनचर्या बदल देती हैं। खासकर वह व्यायाम से तो दूर ही हो जाती हैं। जबकि इस दौरान व्यायाम करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे नींद अच्छी आती है और पसीने के जरिए शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं।

गलती 8: अधिक कॉफी का सेवन
इस दौरान नींद नहीं आती, थकान रहती है, सिरदर्द भी होता है। इससे बचने के लिए महिलाएं कॉफी का सहारा लेती हैं। जबकि कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर को डीहाइड्रेट करता है और स्थिति को बदतर करता है। इसलिए ज्यादा कॉफी न पिएं।

 

पीरियड्स यानी मासिक धर्म महिलाओं में हर महीने होने वाली एक प्राकृतिक क्रिया है। यह ऐसा वक्त होता है, जिसके कारण महिला को कई तरह की समस्याएं होती हैं। इस दौरान महिला को सिररर्द, बदनदर्द, ब्‍लीडिंग, अनिद्रा, आदि समस्या होती है। इन समस्याओं के कारण महिलाओं की दिनचर्या अनियमित हो…

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