आयुर्वेद में शिलाजीत के स्वास्थ्य लाभों को बहुत पहले ही परख लिया गया था। शिलाजीत एक बलपुष्टिकारक, ओजवर्द्धक और दौर्बल्यनाशक दवा मानी जाती है। शिलाजीत देखने में काले तारकोल की तरह होती है। यह पत्थर की शिलाओं में ही पैदा होता है इसलिए इसे शिलाजीत कहा जाता है।
शिलाजीत हमारे शरीर के कई रोग जैसे, त्वचा, बाल, पेट, इम्यूनिटी, उम्र का बढ़ना, बाझपन, कफ, चर्बी, मधुमेह, श्वास, मिर्गी, बवासीर, गठिया की सूजन, कोढ़, पथरी, पेट के कीड़े तथा कई अन्य रोगों को नष्ट करने में सहायक होती है।
शिलाजीत का सेवन दूध, पानी या फिर फलों के रस के साथ करना चाहिये। अगर आप इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी से थक गए हैं और शरीर में थोड़ी सी ऊर्जा चाहते हैं, तो शिलाजीत का सेवन नियमित रूप से करना प्रारंभ कर दें। आइये जानते हैं इस खास जड़ी-बूटी के स्वास्थ्य लाभ…
उम्र घटाए:
उच्च ऊर्जा और जैव उत्पादक गुणों से भरी शीलाजित नई कोशिकाओं को दुबारा बनाती है और पुरानी कोशिकाओं को मेंटेन करती है, जिससे उम्र कम लगती है।
मधुमेह ठीक करे:
अच्छी डाइट और शिलाजीत का नियमित सेवन ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस कर के मधुमेह को कंट्रोल करता है।
ऊजा बढ़ाए:
शिलजीत के सेवन से शरीर में तुरंत ही ऊर्जा आती है। इससे प्रोटीन और विटामिन ज्यादा मात्रा में मिलता है।
रक्त शुद्धी :
यह नसों में खून के सर्कुलेशन को बढाती है और बीमारी को दूर रखने में मदद करती है।
शरीर की सूजन मिटाए:
यह आपके स्वास्थ्य को बना सकती है। अगर आपके शरीर में दर्द, सूजन या गठिया रोग है तो, शिलाजीत को रोजाना प्रयोग करें।
दिमाग की शक्ति बढाए:
ये तनाव , थकान को मिटा कर नर्वस सिस्टम को मज़बूत बनाती है। यह याददाश्त को तेज बनाती है और ध्यान को केन्द्रित करने में मदद करती है।
पुरुष यौन शक्ति में वृद्धि:
शिलाजीत पुरुष प्रजनन प्रणाली और कामेच्छा को बढ़ाती है। यह नपुंसकता और प्रीमिच्योर इजैक्यूलेशन की समस्या को दूर करती है।
हड्डियों की बीमारी दूर करे:
यह हमारी हड्डियों में मजबूती भरती है और गठिया तथा जोड़ों आदि के दर्द से राहत दिलाती है।
तनाव दूर करे:
यह तनाव पैदा करने वाले हार्मोन को बैलेंस करती है और शरीर तथा दिमाग को शांत और स्वस्थ बनाती है।