क्यों आपके पार्टनर का अकेले पोर्न देखना है खतरे की घंटी?

>ज्यादातर लोग पॉर्न फिल्में अकेले ही देखते हैं।
>यह एडल्ट‍ कंटेंट है जिसे लोग छुपाकर देखते हैं।
>लेकिन सोशल साइट्स को इसकी जानकारी होती है।
>आप जो भी देखते हैं वह सार्वजनिक हो सकता है।

प्राइवेसी एक ऐसा शब्द है जो सभी के जीवन में बहुत जरूरी है, क्योंकि सभी के जीवन की कुछ आदतें या कुछ बातें ऐसी होती हैं जिसे न तो किसी को बताया जा सकता है और न ही दूसरों के सामने किया जा सकता है। अकेले रहने वाले इंसान के पास तो हमेशा प्राइवेसी ही होती है लेकिन उनका क्या जो रिलेशनशिप में हैं। रिलेशनशिप का मतलब यही है कि पार्टनर से आप कुछ न छुपायें यानी सभी बातें अपने पार्टनर से शेयर करें। लेकिन फिर भी कुछ बातें ऐसी होती हैं जिन्हें आप पार्टनर को नहीं बता सकते हैं, जी हां, अगर आप पॉर्न मूवी देखते हैं तो इसे आप पार्टनर से छुपाकर ही करेंगे। लेकिन क्‍या अकेले में पॉर्न देखना सही है, या अकेले पॉर्न देखना खतरनाक हो सकता है? इस बात की पड़ताल इस लेख में करते हैं।

क्यों अकेले देखते हैं पॉर्न
पॉर्न यानी एडल्ट कंटेंट, यह बुरी लत की तरह है जिसे सार्वजनिक करना सही नहीं है। अगर किसी को पता चल जाये कि आप पॉर्न देखने के शौकीन हैं तो इससे आपकी बदनामी भी हो सकती है। यानी यह ऐसी बात है जिसे आप सभी से छुपाकर करते हैं। इस बात को जानकर आपको काफी हैरानी होगी कि आप अपने बंद कमरे में पॉर्न वीडियो को अकेले नहीं देख रहे होते हैं। बल्कि कोई है जिसे यह पता है कि आप किस साइट पर कितने बजे पॉर्न देख रहे हैं। यहां सीक्रेट कैमरे की बात नहीं हो रही है।

सार्वजनिक हो सकती हैं चीजें
भले ही आप अपने आस-पास के लोगों से रात में देखे गये पॉर्न वीडियो को छुपा सकते हैं, लेकिन सोशल साइट फेसबुक से आप कुछ भी नहीं छुपा सकते हैं। आप कब और किस साइट से पॉर्न देख रहे हैं, इसकी पल-पल की खबर फेसबुक को रहती है। जब आप फेसबुक के माध्यम से किसी दूसरी वेबसाइट पर लॉग इन करते हैं, तो आपको सारी सूचनाओं को साझा करना पड़ता है। लेकिन जब आप फेसबुक लॉग इन रह कर पॉर्न एक्सेस करते हैं, तो उस पॉर्न साइट पर एक प्लगिन बटन होता है, जिससे सोशल नेटवर्क पर आपकी गतिविधि को ट्रैक करने की संभावना ज्यादा हो जाती है। ऐसे में फेसबुक विज्ञापनों को भेजने के क्रम में आपकी ब्राउजिंग हिस्ट्री को ट्रैक करने का प्रयास करता है, इसी प्रक्रिया में आप क्या देख रहे हैं, इसका भी वो पता लगा लेता है।

इन बातों को ध्यान में रखें
अगर आप किसी साइट पर अश्लील कंटेंट देख रहे हैं, तो वहां उसके वेबपेज पर फेसबुक लाइक का एक एम्बेडेड बटन होता है जिससे फेसबुक को पता चल जाता है कि आप क्या देख रहे हैं। अब अगर फेसबुक आपकी पसंद के अनुसार कुछ फिल्टर्ड विज्ञापन भेज रहा है, तो अब हमें बताने की कोई ज़रूरत नहीं कि यह आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है, खासकर तब जब आप सार्वजनिक रूप से इंटरनेट और फेसबुक का प्रयोग कर रहे हैं। इसलिए कुछ भी देखने से पहले अपनी गोपनीयता को बनाये रखने के लिए इंटरनेट सेटिंग्स के बारे में जानकारी कर लें।

एंड्रायड पर पोर्न देखने का सबसे बड़ा जोखिम है कि आपके जीमेल अकाउंट और बैंकिंग एप की प्राइवेसी पर बड़ा खतरा मंडराता है। आपके डिवाइस की सिक्योरिटी पर सवाल खड़े हो जाते है क्योंकि आप साइबर क्रिमिनल्स के जाल में भी फंस सकते है। इसलिए ऑनलाइन पॉर्न देखने से बचने की कोशिश करें।

>ज्यादातर लोग पॉर्न फिल्में अकेले ही देखते हैं। >यह एडल्ट‍ कंटेंट है जिसे लोग छुपाकर देखते हैं। >लेकिन सोशल साइट्स को इसकी जानकारी होती है। >आप जो भी देखते हैं वह सार्वजनिक हो सकता है। प्राइवेसी एक ऐसा शब्द है जो सभी के जीवन में बहुत जरूरी है, क्योंकि सभी…

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