वात्सयायन के कामसूत्र में कहा गया है कि व्यक्ति जब अकेले बैठकर कोई कार्य करता है, तो एक ना एक बार सेक्स के बारे में खयाल जरूर आता है। लोग चलते-फिरते, उठते-बैठते भी कई बार यौन इच्छाओं के बारे में सोचते हैं। लेकिन उनमें से तमाम ऐसे भी होते हैं, जो सोचते-सोचते तनाव में चले जाते हैं। असल में वे लोग भ्रम के शिकार होते हैं। जी हां सेक्स के प्रति कई भ्रम लोगों के मन में बने रहने की वजह से लोगों के बीच गलत संदेश जाता है।
1. पुरुषों में महिलाओं से ज्यादा यौन इच्छा- सेक्स के प्रति यह सबसे बड़ा भ्रम है। इंडियाना विश्वविद्यालय में हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक पुरुष अपनी यौन इच्छा को बड़ी तत्परता के साथ प्रदर्शित कर देते हैं, जबकि महिलाएं ऐसा नहीं करतीं, जबकि सच तो यह है कि महिलाओं और पुरुषों दोनों में सेक्स के प्रति इच्छा कमोवेश बराबर होती है।
2. गैर-शादीशुदा ज्यादा बेहतर- लोग मानते हैं कि शादी से पहले पुरुष बेड पर ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर पाते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। अध्ययन के मुताबिक शादीशुदा पुरुष ज्यादा प्रभावी ढंग से सेक्स कर पाते हैं।
3. लोग मानते हैं कि जिनके पैर लंबे होते हैं, उनका लिंग लंबा होता है। यह एक बहुत बड़ा भ्रम है। 3000 पुरुषों पर किये गये अध्ययन में पैरों और लिंग के साइज में कोई भी संबंध नहीं पाया गया। तमाम लंबे पुरुषों के लिंग का साइज छोटा पाया गया।
4. तमाम महिलाएं मानती हैं कि पुरुषों का वीर्य निकलते वक्त भारी मात्रा में कैलोरी बर्न होती है, लिहाजा संभोग के बाद वो अपने पार्टनर को जूस व अन्य खाद्य पदार्थ देती हैं। जबकि पुरुषों के वीर्य में विटामिन सी, पानी, कैलशियम, मैंगनीशियम व अन्य न्यूट्रियंट्स होते हैं, लेकिन उनमें इतनी ऊर्जा नहीं निकलती, जितनी की लोग सोचते हैं।
5. लोग कहते हैं कि मैथुन करने से लिंग की नंसे कमजोर पड़ जाती हैं और वीर्य खत्म हो जाता है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है, मैथुन से नंसे कमजोर नहीं पड़ती हैं, बल्कि सेक्स के प्रति रुचि बढ़ती है।
6. तमाम लोग जो बच्चा नहीं चाहते वे वीर्य निकलने से ठीक पहले कंडोम लगाते हैं। वो सोचते हैं कि जब तक वीर्य नहीं निकलता तब तक बिना कंडोम के मजा ले सकते हैं। लेकिन यह भी भ्रम है। कई बार रतिनिष्पत्ति से पहले निकलने वाले रंगहीन पदार्थ के साथ भी शुक्राणु बाहर निकल आते हैं और मात्र एक शुक्राणु भी स्त्री को गर्भवती कर सकता है। पढ़ें-कामसूत्र पर अन्य लेख।